उम्मीद से तो दुनिया कायम है ..
उम्मीद सकारत्मक हो तो नया सृजन होता है
उम्मीद नकारात्मक हो तो सब ध्वस्त होता है
उम्मीद खुद से हो तो हर पल नया जन्म होता है
उम्मीद दुसरो से हो तो रिश्तो का पतन होता है .......
उम्मीद सकारत्मक हो तो नया सृजन होता है
उम्मीद नकारात्मक हो तो सब ध्वस्त होता है
उम्मीद खुद से हो तो हर पल नया जन्म होता है
उम्मीद दुसरो से हो तो रिश्तो का पतन होता है .......