Monday, February 11, 2013

उसका साथ

वो मेरे हौसले को बहकने नहीं देती


सामने है मंजिल कहकर रुकने नहीं देती





जी भर के जी लो ज़िन्दगी का हर पल

कहती है रुक गए तो ज़िन्दगी फिर चलने नहीं देती





यु तो एकेले भी है इस दुनिया को जीतने का दम

उसका हाथ गर हाथ में हो तो ज़िन्दगी हारने नहीं देती

सौगात

सुखी रेत पर पानी की कोई बूँद गिरी


तुमसे मिल कर ये रूह कुछ इस तरह खिली



वादियों में फूल खिलने लगे कुछ इस तरह

नूर की बूँद इन जड़ो को जैसे आज मिली



मोहब्बत के फ़रिश्ते बन कर तुम ऐसे आये हो

अँधेरी रात को सितारों की जैसे सौगात मिली

Monday, February 4, 2013

मैं और तुम

जैसे
मंजिल की राहे
सागर का किनारा
धुप और छाँव
बारिश और बादल
चन्दन और पानी
सावन के झूले
दिन और रात
रोशनी और चिराग
आस और विश्वास
माटी की सुगंध
फूलो की खुशबू
ईश्वर की प्रार्थना
इन्द्रधनुष के रंग
वैसे ही
मैं और तुम

कुछ हाइकु -

कुछ हाइकु -
सुखा गुलाब
पुरानी डायरी में
बिखरी यादे
यादो का गीत
जीवन का संगीत
तुम्हारी याद
दिल की बात
तुम अगर साथ
क्या हो बात

एक लम्हा बहुत है

मैं इस लम्हे में  सदिया देखता हूँ .....
तुम्हारे साथ का एक लम्हा बहुत है .
यु तो ज़िन्दगी बिताते है लोग प्यार में ...
.लेकिन तुम्हारे प्यार का एक लम्हा बहुत है .
सुना है कई बार ज़िन्दगी गुज़र जाती है इंतज़ार में ..
.अंतहीन इंतज़ार से तो एक नज़र प्यार से देखना बहुत है
लम्हा लम्हा ज़िन्दगी यु गुज़रती जायगी
ख़ुशी और प्यार से गुजारा एक लम्हा बहुत है .

ज़रा आहिस्ता चल

बरसात है कुछ तेज ज़रा आहिस्ता चल
दिल में कुछ बाते है दबी ज़रा आहिस्ता चल
मेरे दिल में  ही नहीं तेरे दिल में  भी है
दुआ एक तेज बारिश की ज़रा आहिस्ता चल
तुमसे मिलना और बिछड़ जाना है
बस इस बारिश का साथ है ज़रा आहिस्ता चल
ज़िन्दगी के सफ़र में दो न दो मेरा साथ
बस इस बारिश की मर्ज़ी है ज़रा आहिस्ता चल ............