Thursday, April 7, 2011

नियम


आना जाना और फिर से आना ....
अगर यही संसार का नियम है तो ..
नज़र आना जरूर मुझे ..
किसी और रूप में ही सही ...
पर पहचान जाना तुम मुझे .............

3 comments:

  1. बहुत सुन्दर रचना| धन्यवाद|

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  2. mam first time i m reading ur blog,
    this words r unpresidented,a summary of thousands of emotions and feelings,
    i m new bloger,pls do see my blog ajeetamanna.blogspot.com,and sugges how can i write poems on social issues,i write love poems
    ajeet kumar singh

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  3. अगर यही संसार का नियम है तो ..
    नज़र आना जरूर मुझे ..

    Bahut Sunder....

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